Gold Loan Rules Updated: RBI ने गोल्ड लोन के नियमों में किये परिवर्तन, जानिए नए परिवर्तनों का संपूर्ण विवरण

Gold Loan Rules Updated: भारत में सोना न केवल आभूषण के रूप में काम आता है बल्कि यह एक निवेश का साधन भी है और जरूरत पड़ने पर यह एक वित्तीय सहायता का अहम जरिया भी बन जाता है। जी हां, वर्तमान में गोल्ड लोन का चलन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और गोल्ड लोन एक तेज और आसान लोन प्रक्रिया भी बन चुकी है। ऐसे में RBI ने अब गोल्ड लोन से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं ताकि इस लोन के अंतर्गत कुछ पारदर्शी और सुरक्षित गाइडलाइंस तैयार की जा सके।

बता दे RBI द्वारा जारी किए गए इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य उधारकर्ता की सुरक्षा को बनाए रखना है ताकि ऋण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे और लोन और गोल्ड का उचित मूल्यांकन किया जा सके। देश भर में गोल्ड लोन जारी करने में एकरूपता लाई जाए और जोखिम को कम किया जा सके। साथ ही गोल्ड लोन में होने वाली सम्भावित धोखाधड़ी को भी कंट्रोल किया जा सके।

Gold Loan Rules Updated
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Gold Loan Rules Updated: RBI के गोल्ड लोन को लेकर नए निर्णय

  • RBI ने बताया है कि अब केवल उच्च शुद्धता वाले सोने के आभूषण गहने और बैंक द्वारा बेचे गए सिक्के ही संपर्श्विक रूप में योग्य माने जाएंगे।
  • इस पूरी प्रक्रिया में 22 कैरट या उससे अधिक की वैल्यू का सोना ही लोन के लिए गिरवी रखा जाएगा।
  • RBI द्वारा जारी नए नियमों के अंतर्गत चांदी के ऋण को भी शामिल किया गया है हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में 925 शुद्धता या उससे अधिक वाले चांदी के सिक्के ही स्वीकार किये जाएंगे
  • इन नए नियमों के अंतर्गत वजन प्रतिबंध भी लागू किया गया है अर्थात प्रति उधारकर्ता अधिकतम 1 किलोग्राम सोने की आभूषण और 50 ग्राम सोने के सिक्के गिरवी रखे जा सकते हैं।
  • वही RBI ने यह भी स्पष्ट कर दिया है की उधारकर्ता द्वारा पुनर्भुगतान करने के 7 दिनों के भीतर उधारकर्ता के संपर्श्विक गहनों या सिक्कों को वापस कर देना चाहिए अन्यथा ऋणदाताओं को देरी के एवज में ₹5000 प्रतिदिन का जुर्माना देना होगा।
  • इस पूरी प्रक्रिया में RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि मानक श्रेणी के लोन जो LTV सीमा के भीतर है उनका ही नवीनीकरण या टॉप अप किया जा सकेगा ।
  • वहीं उपयोग के लिए बुलेट  पेमेंट ऋण की अधिकतम अवधि 12 महीने निर्धारित की गई है साथ ही सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के लिए यह सीमा 5 लाख प्रति उधारकर्ता रखी गई है।

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Gold Loan Rules Updated: RBI द्वारा जारी किये गए नए नियमों के लाभ

  •  RBI द्वारा जारी किए गए इन नए नियमों की वजह से उधारकर्ता को अब उचित ऋण राशि मिल सकेगी।
  • वहीं ऋण देने से पहले यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उधार में ली गई राशि का सही उपयोग किया जाए।
  •  साथ ही ऋण चुकाने के बाद गोल्ड के आभूषणों और सिक्को की समय पर और सुरक्षित वापसी भी सुनिश्चित की जाएगी।
  •  इस संपूर्ण प्रक्रिया में RBI ने कांट्रेक्ट बनाने पर भी आदेश पारित किया है ताकि ऋण अनुबंध में सारी शर्तों की स्पष्ट जानकारी उधारकर्ता को उपलब्ध कराई जाए।
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FAQ’s: Gold Loan Rules Updated

गोल्ड लोन का नया नियम क्या है?

बजाज कैपिटल के संयुक्त अध्यक्ष और एमडी संजीव बजाज ने कहा, “आरबीआई के मसौदा दिशानिर्देशों में सभी स्वर्ण ऋणों के लिए एलटीवी अनुपात को 75% पर सीमित करने का प्रस्ताव है।

क्या होगा अगर आप गोल्ड लोन का भुगतान नहीं करते हैं?

जब आप स्वर्ण ऋण का भुगतान नहीं करते हैं तो क्या होता है? यदि आप समय पर अपना गोल्ड लोन नहीं चुकाते हैं, तो ऋणदाता विलंब शुल्क और ब्याज लगा सकता है। बार-बार याद दिलाने के बाद, बकाया राशि वसूलने के लिए आपके सोने की नीलामी की जा सकती है।

भारतीय बैंकों द्वारा गोल्ड लोन के लिए आमतौर पर स्वीकृत अधिकतम ऋण से मूल्य अनुपात क्या है?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आमतौर पर LTV अनुपात को 75% पर सीमित रखता है। इसका मतलब है कि अगर आप ₹1,00,000 का सोना गिरवी रखते हैं, तो आपको ₹75,000 तक का लोन मिल सकता है।

क्या गोल्ड लोन का नवीनीकरण बंद हो गया है?

नई प्रणाली के तहत, बैंकों को उधारकर्ताओं को ब्याज सहित पूरी ऋण राशि चुकाने की आवश्यकता होती है, इससे पहले कि वे अपना सोना एक और अवधि के लिए गिरवी रख सकें।

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